" बेसिक शिक्षा बेस्ट शिक्षा"
1. अब परिषदीय विद्यालयों में होगी 6 दिन में छह अलग-अलग प्रार्थना है
2. कौन सी प्रार्थना किस दिन होगी देखें पूरी डिटेल
3. अब बदलेगा परिषदीय विद्यालयों का स्वरूप
4. कॉन्वेंट की तर्ज पर होंगी अब परिषदीय विद्यालयों में प्रार्थनाएं
प्रार्थना -वह शक्ति हमें दो दयानिधे
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वह शक्ति हमें दो दयानिधे, कर्तव्य मार्ग पर डट जावें lपर सेवा पर उपकार में हम, जगजीवन सफल बना जावें ll
हम दीन दुखी निबलों विकलों, के सेवक बन संताप हरें l
जो हैं अटके भूले भटके, उनको तारे खुद तर जावें ll
वह शक्ति हमें दो दयानिधे, कर्तव्य मार्ग पर डट जावें …..
छल दंभ द्वेष, पाखंड झूठ, अन्याय से निश दिन दूर रहें l
जीवन हो शुद्ध सरल अपना, सूचि प्रेम सुधा रस बरसावें ll
वह शक्ति हमें दो दयानिधे, कर्तव्य मार्ग पर डट जावें …..
निज आन मान मर्यादा का, प्रभु ध्यान रहे अभिमान रहे l
जिस पुण्य राष्ट्र में जन्म लिया, बलिदान उसी पर हो जावें lI
वह शक्ति हमें दो दया निधि कर्तव्य मार्ग पर जावें l
पर सेवा पर उपकार में हम, जगजीवन सफल बना जावें ll
दया कर दान भक्ति का प्रार्थना
दया कर, दान भक्ति का, हमें परमात्मा देना।दया करना, हमारी आत्मा को शुद्धता देना॥हमारे ध्यान में आओ, प्रभु आँखों में बस जाओ।अंधेरे दिल में आकर के परम ज्योति जगा देना॥दया कर, दान भक्ति का, हमें परमात्मा देना...बहा दो प्रेम की गंगा, दिलो में प्रेम का सागर।हमें आपस में मिलजुल कर, प्रभु रहना सिखा देना॥दया कर, दान भक्ति का, हमें परमात्मा देना...हमारा धर्मं हो सेवा, हमारा कर्म हो सेवासदा ईमान हो सेवा, हो सेवकचर बना देना।दया कर, दान भक्ति का, हमें परमात्मा देना...वतन के वास्ते जीना, वतन के वास्ते मरना।वतन पर जा फ़िदा करना, प्रभु हमको सिखा देना॥दया कर, दान भक्ति का, हमें परमात्मा देना...दया करना, हमारी आत्मा, को शुद्धता देनादया कर, दान भक्ति का, हमें परमात्मा देनादया कर, दान भक्ति का, हमें परमात्मा देना...दया कर, दान भक्ति का, हमें परमात्मा देना।दया करना, हमारी आत्मा को शुद्धता देना॥
करते है हम शुरु आज का काम प्रभु
करते है हम शुरु आज का काम प्रभु ||
शुद्ध भाव से तेरा ध्यान लगाये हम,
विद्या का वरधान तुमि से पाए हम,
तुमि से है आगाज तुमि से अंजाम प्रभु |
करते है हम शुरु आज का काम प्रभु....
गुरों का सत्कार कभी न भूले हम,
इतना बने महान गगन को छु ले हम,
तुमि से है हर सुबह तुम्ही से शाम प्रभु |
करते है हम शुरु आज का काम प्रभु......
सुबह सवेरे लेकर तेरा नाम प्रभु,
करते है हम शुरु आज का काम प्रभु ||
इतनी शक्ति हमें दे न दातामनका विश्वास कमज़ोर हो नाहम चलें नेक रास्ते पे हमसेभूलकर भी कोई भूल हो ना...हर तरफ़ ज़ुल्म है बेबसी हैसहमा-सहमा-सा हर आदमी हैपाप का बोझ बढ़ता ही जायेजाने कैसे ये धरती थमी हैबोझ ममता का तू ये उठा लेतेरी रचना क ये अन्त हो ना...हम चले...दूर अज्ञान के हो अन्धेरेतू हमें ज्ञान की रौशनी देहर बुराई से बचके रहें हमजितनी भी दे, भली ज़िन्दगी देबैर हो ना किसीका किसीसेभावना मन में बदले की हो ना...हम चले...हम न सोचें हमें क्या मिला हैहम ये सोचें किया क्या है अर्पणफूल खुशियों के बाटें सभी कोसबका जीवन ही बन जाये मधुबनअपनी करुणा को जब तू बहा देकरदे पावन हर इक मन का कोना...हम चले...हम अन्धेरे में हैं रौशनी दे,खो ना दे खुद को ही दुश्मनी से,हम सज़ा पाये अपने किये की,मौत भी हो तो सह ले खुशी से,कल जो गुज़रा है फिरसे ना गुज़रे,आनेवाला वो कल ऐसा हो ना...हम चले नेक रास्ते पे हमसे,भुलकर भी कोई भूल हो ना...इतनी शक्ति हमें दे ना दाता,मनका विश्वास कमज़ोर हो ना...
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